आहार पवित्र करो मन पवित्र हो जायेगा। व्यवहार मधुर रखो संसार मधुर हो जायेगा।
श्री श्रवणानंद सरस्वती जी
संसार तुम्हें छोड़ दे इसके पूर्व अपने मन से तुम संसार को छोड़ दो आनंद से मन भर जायेगा।
श्री श्रवणानंद सरस्वती जी
संसार से भागो मत संसार में जागो। जाग जाओगे तो संसार ही मन से भाग जायेगा।
श्री श्रवणानंद सरस्वती जी
सुख चाहने वाला व्यक्ति दूसरों के दोष नहीं देखता वह अपना निरीक्षण करके अपना सुधार करता है।
श्री श्रवणानंद सरस्वती जी
हमारे दुःख का कारण हमारे अंदर है दूसरों को दोष मत दो। अज्ञान और अभिमान मिटाओ दुःख मिट जायेगा।
श्री श्रवणानंद सरस्वती जी
प्रत्येक कार्य के प्रारम्भ में भगवान का स्मरण करना चाहिए, जिससे कार्य मधुमय हो जायेगा।
श्री श्रवणानंद सरस्वती जी
महापुरुषों का संग ईश्वर कृपा से मिलता है, किंतु दुष्ट पुरुषों का संग हम न करें, यह हमारे हाथ में है।
श्री श्रवणानंद सरस्वती जी